हर दफा बेआबरू हो निकले तेरे कूचे से हम
फिर भी तमन्नाएँ लिए पहुंचे तेरे कूचे में हम
जहाँ में एक ऐसा भी काम हुआ
तेरे ही जैसा शख्स ढूँढते रहे हम
कैसे कटेगी ये लम्बी वीरान रातें
एक जिंदा लाश के पास जाते रहे हम
दिल जल-जल जाता है उस मतलबी यार से
उसी यार के पास दिल लिए घूमते रहे हम
यारों ढूंढ रहा हूँ खूबी अपने में कोई एक
जिसके बूते प्यार उसका पाते रहे हम
क्या उसके दिल में भी प्यार है मेरे लिए
अब तो सुबहोशाम यही सोचा किये हम
तू पास हो या हो दूर मेरे सनम
खुद को तनहा ही महसूस किये हम
इक इल्तज़ा है तुझसे ऐ ज़माने वाले
दे दे उसे जिसकी तमन्ना करते रहे हम
हर कोई ले जाता है प्यार देने के बगैर
तुम खुद सोच लो कितने बदनसीब हैं हम
फिर भी तमन्नाएँ लिए पहुंचे तेरे कूचे में हम
हर दफा बेआबरू हो निकले तेरे कूचे से हम
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
फिर भी तमन्नाएँ लिए पहुंचे तेरे कूचे में हम
जहाँ में एक ऐसा भी काम हुआ
तेरे ही जैसा शख्स ढूँढते रहे हम
कैसे कटेगी ये लम्बी वीरान रातें
एक जिंदा लाश के पास जाते रहे हम
दिल जल-जल जाता है उस मतलबी यार से
उसी यार के पास दिल लिए घूमते रहे हम
यारों ढूंढ रहा हूँ खूबी अपने में कोई एक
जिसके बूते प्यार उसका पाते रहे हम
क्या उसके दिल में भी प्यार है मेरे लिए
अब तो सुबहोशाम यही सोचा किये हम
तू पास हो या हो दूर मेरे सनम
खुद को तनहा ही महसूस किये हम
इक इल्तज़ा है तुझसे ऐ ज़माने वाले
दे दे उसे जिसकी तमन्ना करते रहे हम
हर कोई ले जाता है प्यार देने के बगैर
तुम खुद सोच लो कितने बदनसीब हैं हम
फिर भी तमन्नाएँ लिए पहुंचे तेरे कूचे में हम
हर दफा बेआबरू हो निकले तेरे कूचे से हम
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
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