जानम आज तुम्हे हुआ क्या है
नज़रें चुराने का माज़रा क्या है
सूत इतना प्यारा तो नहीं तुम्हारा
तेरे गुरुर का फिर वज़ह क्या है
तेरे खातिर ही बैठा हुआ हूँ यहाँ मैं
देख तो सही नज़र मेरी कहती क्या है
मेरे दिल को ऐंठ रही हैं जुल्फें तेरी
इस बेदर्द हरकत का सबब क्या है
नज़रें चुराने का माज़रा क्या है
जानम आज तुम्हे हुआ क्या है
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
hahaha....waaah sanjay ji aap ne suit ko bhi nahin chhoda..kya baat hai
जवाब देंहटाएं