आज फिर मेरा माज़ी मुझे याद आया है
मेरा सितमगर, मेरा सनम याद आया है
मेरा दिल आज तेरे लिए तड़प रहा है
आज फिर तेरा साथ मुझे याद आया है
फिर रिसने लगे हैं मेरे जख्म-ए-आरजू
तेरा सितम जाने क्यों मुझे याद आया है
तन-बदन बेचैन हो रहा है तेरी खातिर
तेरे प्यार का अंदाज़ मुझे याद आया है
तू कितनी शोख, चंचल, प्यारी है
मुझे तुझ पे फिर प्यार आया है
मेरा सितमगर, मेरा सनम याद आया है
आज फिर मेरा माज़ी मुझे याद आया है
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
मेरा सितमगर, मेरा सनम याद आया है
मेरा दिल आज तेरे लिए तड़प रहा है
आज फिर तेरा साथ मुझे याद आया है
फिर रिसने लगे हैं मेरे जख्म-ए-आरजू
तेरा सितम जाने क्यों मुझे याद आया है
तन-बदन बेचैन हो रहा है तेरी खातिर
तेरे प्यार का अंदाज़ मुझे याद आया है
तू कितनी शोख, चंचल, प्यारी है
मुझे तुझ पे फिर प्यार आया है
मेरा सितमगर, मेरा सनम याद आया है
आज फिर मेरा माज़ी मुझे याद आया है
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
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