ख्वाबों में आइये
ख्यालों में आइये
छुप के धड़कनों में मुस्कुराइए
आँखों में आइये
बाँहों में आइये
थरथराते लबों से अभिसार गीत गुनगुनाइए
उदासियों में आइये
तन्हाइयों में आइये
वीरानी दिल की आबाद कीजिये
रातों में आइये
दिनों में आइये
मासूमी अदाओं से शर्माइये
जब भी आप चाहिए
बेधड़क चले आइये
सुलगते अरमानों में मचलिये
पर --
मौत जब आये
आप न आइये
सुकून से प्राणहीन मुझे होने दीजिये
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
ख्यालों में आइये
छुप के धड़कनों में मुस्कुराइए
आँखों में आइये
बाँहों में आइये
थरथराते लबों से अभिसार गीत गुनगुनाइए
उदासियों में आइये
तन्हाइयों में आइये
वीरानी दिल की आबाद कीजिये
रातों में आइये
दिनों में आइये
मासूमी अदाओं से शर्माइये
जब भी आप चाहिए
बेधड़क चले आइये
सुलगते अरमानों में मचलिये
पर --
मौत जब आये
आप न आइये
सुकून से प्राणहीन मुझे होने दीजिये
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
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