इस कदर बदल सकता है कोई सोचा न था
बेहयाई बेवफाई का ऐसा मंज़र देखा न था!
वो जो बेचैन रहते थे दीवानों की मानिंद
बदल जायेंगे मौसम की तरह सोचा न था!
पाक़ मोहब्बत की देने वाले दुहाई
बदनाम कर जायेंगे इश्क को सोचा न था!
इक़-ब-इक बदल चुका है सब कुछ
ये दिन भी आएगा सोचा न था!
दिल से चाहने की सजा होगी ऐसी
ऐ खुदा मेरे लिए तो ये दोजख न था!
बेहयाई बेवफाई का ऐसा मंज़र देखा न था,
इस कदर बदल सकता है कोई सोचा न था!!
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव
बेहयाई बेवफाई का ऐसा मंज़र देखा न था!
वो जो बेचैन रहते थे दीवानों की मानिंद
बदल जायेंगे मौसम की तरह सोचा न था!
पाक़ मोहब्बत की देने वाले दुहाई
बदनाम कर जायेंगे इश्क को सोचा न था!
इक़-ब-इक बदल चुका है सब कुछ
ये दिन भी आएगा सोचा न था!
दिल से चाहने की सजा होगी ऐसी
ऐ खुदा मेरे लिए तो ये दोजख न था!
बेहयाई बेवफाई का ऐसा मंज़र देखा न था,
इस कदर बदल सकता है कोई सोचा न था!!
--- संजय स्वरुप श्रीवास्तव